पक्के घर की आस – अब जाकर हुई पास Facebook Twitter Pinterest WhatsApp Telegram बारिश सबके लिये खुशियां लेकर आती है। पर कच्चे घर वाले लोग बारिश की आहट से ही सहम जाते हैं। शहडोल शहर के वार्ड नं. 23 में रहने वाली श्रीमती रनिया बाई कोल भी कच्ची झोपड़ी में रहती थीं। उनकी कई पी – 21/08/2024