3 दिवसीय आनंद शाला का हुआ आरंभ…. भारतीय शिक्षण मंडल का आयोजन.. माननीय, मुकुल जी कानिटकर का उद्बोधन है, अत्यंत प्रभावशाली एवं सत्य की पराकाष्ठा पर खरा,

इंडियन न्यूज़ अड्डा से धर्मेंद्र श्रीवास्तव की रिपोर्ट-:

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३ दिवसीय आवासीय “अखिल भारतीय आनंदशाला” का भव्य आयोजन माँ अहिल्या नगरी में…….. 
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देश के विभिन्न राज्यों से २०० से अधिक प्रतिभागी प्रशिक्षण के लिए हुवे समिल्लित…..

सम्मिलित प्रतिभागियों को मिलेगा माननीय कानिटकर जी का निरंतर सानिध्य……

वह गुरु शिष्य परंपरा के है, पक्षधर……
=-=-=-=-=-= =-=-=-=-=-= =-=-=-=-=-= =-=-=-=- समस्त चित्र -: आयोजित आनंद शाला के… 
भारतीय शिक्षण मंडल के तत्वधान दिनांक ०१ जून से ०४ जून २०२२ पर आयोजित त्रिदिवसीय

“अखिल भारतीय आनंदशाला”

का “क्वींस कॉलेज” इंदौर में भव्य शुभारंभ मां शारदा के पूजन के साथ हुआ,

जिसके अंतर्गत…… 

(राष्ट्रीय शिक्षा नीति)

को देश भर के शिक्षको के माध्यम से सम्पूर्ण भारत मे सही दिशा में क्रियान्वयन को गति प्राप्त होगी।

इसी परिप्रेक्ष्य में देश भर से आये 200 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर बनाया जा रहा है।

प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम से….. 

(राष्ट्रीय शिक्षा नीति)

की सहज एवं सुलभ जानकारी को देश के प्रत्येक विद्यालय में पहुंचाने का संकल्प है,

ताकि शैक्षणिक संस्था और उसके संचालक मंडल प्राचार्य,शिक्षक, एवं छात्र-छात्राये ”शिक्षा निति” को समझ सके.
भारतीय शिक्षण मंडल के है ५ मुख्य सोपान (stage/phase)

“अनुसंधान, प्रबोधन,प्रशिक्षण, प्रकाशन,प्रकाशन,” संगठन जो विषय के रूप में इस प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी ज्ञात करेंगे।
“अखिल भारतीय आनंदशाला”

के प्रथम दिवस समारोह के उदघाटन कार्यक्रम में भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय महा मंत्री श्री उमाशंकर पचौरी जी,

भारतीय शिक्षण मंडल की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आदरणीया अरुणा जी सारस्वत ,

प्रान्त अध्यक्षा डॉ ज्योति उपाध्याय,

अखिल भारतीय शालेय प्रमुख श्री सुब्रमण्यम जी , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से श्री विनीत जी नवाथे और क्वीन्स कॉलेज के संचालक श्री रमेश मूलचंदानी जी उपस्थित थे।

क्वीन्स कॉलेज के संचालक ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि शिक्षकों ने शिक्षा की जवाबदारी ली है,

उसको सही मायनों में पूर्ण करने का दायित्व भी उन्हीं का होगा।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुणा सारस्वत जी ने कहा कि,

यह कार्यशाला नहीं आनन्द शाला है।

प्रत्येक मनुष्य में ज्ञान ग्रहण करने की क्षमता प्राकृतिक रूप से होती है,

जिसे बढ़ाया जा सकता है।
राष्ट्रीय महामंत्री श्री उमाशंकर जी पचौरी का उदबोधन काफी प्रभावशाली, ऊर्जावान और नए विचारों से ओत प्रोत था,उनके उद्बोधन को समस्त प्रतिभागी एक टक श्रवण करते रहे… 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीयता मूल्यों तथा गीता के विचारों का समावेश है।

इसके लिए हमें वैचारिक योद्धा तैयार करने की आवश्यकता है।
उद्घाटन समारोह के उपरांत भारतीय शिक्षण मंडल के संगठन मंत्री माननीय श्री मुकुल कानिटकर के मार्गदर्शन में टीचर्स ओरियंटेशन ”आनंद शाला” प्रारंभ हुई।

प्रथम दिवस में प्रार्थना, ध्यान,चर्चा,परस्पर संवाद, अनुभव कथन, सामूहिक गतिविधि, विविध प्रयोग, प्रश्नोत्तरी, आदि के माध्यम से शिक्षक स्वाध्याय के प्रथम एवं द्वितीय सत्र में प्रशिक्षित किया गया. अन्य सत्रों में मंडल, सञ्चालन स्पष्टीकरण हुवा इसके उपरांत नैपुण्य सत्र में भी विविध विषयो पर प्रशिक्षण दिया गया, 
“अखिल भारतीय आनंदशाला”

में समूर्ण भारत से आये 200 से अधिक शिक्षक एवं प्राचार्य, विद्यालय संचालक, पालक वर्ग प्रतिभागी है। प्रत्येक प्रतिभागी को भेट स्वरुप,टूलकिट  डायरी, पेन, बैग, प्रशिक्षण पुस्तिका आदि साहित्य प्रदान किया गया, सभी प्रतिभागियों की निवास एवं भोजन व्यवस्था क्वींस कॉलेज, खंडवा रोड, इंदौर में की गई है,

प्रशिक्षण वर्ग में समिल्लित सभी प्रतिभागियों को प्रात: काल से लेकर रात्रि तक विविध सत्रों में गतिविधियो का संचालन कर प्रशिक्षित किया जा रहा है.

सुबह से लेकर रात्रि तक सभी सत्रों में प्रतिभागी सहभागी होकर “आनंदशाला” में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है, 
भारतीय शिक्षण मंडल के तत्वधान में आयोजित “आनंदशाला” के प्रथम दिवसीय कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत डॉ लक्ष्मीकांत त्रिपाठी जी, श्री रत्नेश दुबे जी, श्री मोहित यादव जी द्वारा किया गया।

मंच संचालन महेश पाटीदार और आभार प्रदर्शन डॉ विमल शर्मा जी ने किया।


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7566595000,9425063877