त्रिस्तरीय चुनाव में निर्दलीयों का बोलबाला………..
धर्मेंद्र श्रीवास्तव…….
जिला पंचायत,
(राजनीतिक दलाल भी लगे अपने-अपने प्रत्याशियों को विजय दिलाने के लिए ) !!!!!!!!
चर्चा चौपालों की ………..यह 7 साल बाद का मतदाता है 7 साल पहले का नहीं ………………..
जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत त्रिस्तरीय चुनाव में..…… प्रत्याशियों से माथापच्ची से दूरी बनाने को लेकर पार्टियों ने प्रत्याशियों को अधिकृत ना करते हुए खुले रूप से मैदान में रखने के निर्देश दिए, तो क्षेत्र के प्रत्याशियों का दबदबा क्षेत्र में बनने लगा, और जमीनी स्तर पर दिखाई भी दे रहा है,कि इस चुनावी दंगल में राजनीतिक उठापटक में पटखनी देने में निर्दलीय प्रत्याशी आगे बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं,ग्राम पंचायत स्तर पर भी निर्दलीय प्रत्याशी सरपंच पद हेतु अपनी जोर आजमाइश करते हुए देखे जा रहे हैं, इस बार ग्रामीण जनता अपने मतदान का उपयोग सूज बूझ के साथ करने को तैयार है, युवा बुजुर्ग महिला पुरुष मतदाताओं को पूर्व में (मनरेगा) मे हुए बंदरबांट का भी विशेष रुप से संज्ञान है, उन्हें पता है उनकी चीर स्मृति में है, कि किस तरह से मनरेगा में तालाबों एवं अन्य कार्यों में शासन के रुपयों का कितना झोलझाल हुआ है, कितने प्रकरण जांच के दायरे में है इन सभी बातों को स्मरण में रखते हुए मतदाता तीसरे चरण के मतदान में अपने मतों का उपयोग करने जा रहे हैं,
वहीं पूर्व में जिला पंचायत जनपद पंचायत मे सदस्य रहे प्रत्याशी फिर से मलाई चाटने हेतु जोर आजमाइश कर रहे हैं, किंतु? पब्लिक है, यह सब जानती है,
देखना है, जनपद पंचायत और जिला पंचायत में,
ऊंट किस करवट बैठता है,
मतदाता अपने मत का उपयोग अवश्य करें…….🙏🙏