“जनसंख्या” वृद्धि से बिगड़ रहा प्रकृति का संतुलन……….. जनसंख्या नियंत्रण को लेकर भारत शासन को शीघ्र लाना होगा एक देश एक कानून, (इंडियन न्यूज़ अड्डा) रिपोर्ट, धर्मेंद्र श्रीवास्तव

 इंडियन न्यूज़ अड्डा से…..

धर्मेंद्र श्रीवास्तव की महत्वपूर्ण रिपोर्ट-: 

(देश में जनसंख्या नियंत्रण अति आवश्यक) 

(अति शीघ्र लाना होगा एक देश एक कानून जनसंख्या नियंत्रण को लेकर)

 धर्म, जाति और संप्रदाय से, ऊपर उठकर देश के लोगों को जनसंख्या नियंत्रण को लेकर आना होगा निर्णायक भूमिका पर,  धर्म और पंथ के विद्वानों को सामूहिक धार्मिक मंचों से जन-जन को करना होगा प्रेरित

अन्यथा भविष्य में देश की स्थिति होगी गड़बड़…..

विभिन्न धर्म और पंथ के विद्वानों को धार्मिक मंच से जन-जन को करना होगा प्रेरित…./

जनसंख्या वृद्धि से बिगड़ रहा प्रकृति का संतुलन………..
प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग, और उपभोग के लिए जनसंख्या नियंत्रण अति आवश्यक, मनुष्य की बढ़ती आबादी से प्राकृतिक संसाधनों में हो रही कमी, मौसम की बिगड़ी गति वर्ष के 10 महीने गर्मी की हो रही भरमार, विकास का पहिया प्राकृतिक संसाधनों को कर रहा नष्ट, मौसम में हो रहा आमूलचूल परिवर्तन, प्रदूषित हो रही प्रकृति, पॉलीथिन के उपयोग से भविष्य में भूमि में बढ़ेगी, हलचल ग्लेशियर का पिघलना और बाढ़ और महामारी का फैलना इसका प्रमुख कारण, मशीनीकरण से हो रहा प्राकृतिक विनाश, पर्यावरण के विनाश का कारण विकास, चौड़ी चौड़ी सड़कों के निर्माण के लिए भूमि पर प्राकृतिक एवं विशालकाय वृक्षों की हो रही कटाई जिससे बिगड़ रहा भूमिका संतुलन, सीमेंट कंक्रीट सड़कों के निर्माण से भूमि में नहीं पहुंच रहा वर्षा जल, निरंतर गिर रहा भूमि का जल स्तर, इससे भविष्य में महामारी  बढ़ेगी और ऑक्सीजन का होगा विनाश, बढ़ती जनसंख्या और केमिकल के उपयोग से शारीरिक व्याधियों मे हो रही वृद्धि, प्रत्येक जाति वर्ग और समुदाय को शीघ्र निर्णय लेना होगा,जनसंख्या नियंत्रण को लेकर निर्णय, सामूहिक प्रयासों से जनसंख्या वृद्धि को रोकना होगा सरल, इसके लिए सरकार को जागरूक होकर….

( अति शीघ्र लाना होगा एक देश एक कानून)