भाजपा प्रदेश संगठन द्वारा जिला अध्यक्षों को जिला कार्यसमिति की घोषणा कर कार्यसमिति की बैठक बुलाने के लिए तय की गई टाइमलाइन आज पूरी हो गई। संगठन के द्वारा तय प्रोग्राम के मुताबिक आज से मंडल स्तर की कार्यसमिति की बैठकें बुलाई जाना है पर जिला 29 अध्यक्ष जिला कार्यसमिति की घोषणा ही नहीं कर सके हैं। ऐसे में उनके द्वारा कार्यसमिति की बैठकें भी नहीं बुलाई जा सकी हैं। कार्यसमिति घोषित नहीं कर पाने वाले जिलों में इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, रीवा समेत अन्य जिले के शहरी क्षेत्र शामिल हैं।
24 जून को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के पहले ही प्रदेश संगठन ने सभी जिला अध्यक्षों को 30 जून के पहले जिला कार्यकारिणी और जिला कार्यसमिति की घोषणा करके एक से 15 जुलाई तक कार्यसमिति की बैठकें करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद 16 से 30 जुलाई के बीच मंडल स्तर की कार्यसमिति की बैठकों की तारीख तय की गई थी। प्रदेश संगठन के स्पष्ट निर्देश के बाद भी जिला अध्यक्ष अपनों को उपकृत करने और जिला कार्यकारिणी में अच्छा स्थान देने के चक्कर में समन्वय नहीं बना पा रहे हैं। इसका सीधा असर कार्यकारिणी की घोषणा पर पड़ा है और यही वजह है कि जिला कार्यसमिति की बैठक के लिए टाइमलाइन बीतने के बाद भी 44 जिलों में कार्यसमिति की बैठकें नहीं हो सकी हैं। सूत्रों कहना है कि अब तक 28 जिला अध्यक्ष कार्यसमिति और कार्यकारिणी घोषित कर सके हैं और इसमें से 13 जिलों में ही जिला कार्यसमिति की बैठकें हुई हैं। इसके अलावा 29 जिला अध्यक्ष तो कार्यसमिति और कार्यकारिणी की घोषणा ही नहीं कर सके हैं। जिलों में पद को लेकर मची खींचतान का असर यह है कि अगले 15 दिन में भी सभी जिला कार्यसमितियों की बैठक हो पाने की उम्मीद नहीं है।