काले मार्बल के चबूतरे, उस पर संगीन युक्त एल1ए1 सेल्फ लोडिंग राइफल और उस पर रखे हेलमेट को शहीदों की अंतिम याद की तरह देखा जाता है। यहां चार कलश हैं, इसमें चार ज्योतियां जलती हैं। सामान्य दिनों में एक ओर राष्ट्रीय पर्वों पर चारों ज्योतियां जलाई जाती हैं। पहले ज्योति लिक्विड पेट्रोलियम गैस से जलाई जाती थी। 2006 से पीएनजी उपयोग होने लगी।
नया युद्ध स्मारक, 26466 शहीदों के नाम दर्ज
इंडिया गेट के नजदीक ही 2019 में पीएम ने राष्ट्रीय स्मारक का लोकार्पण किया। यहां 26,466 शहीदों के नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हैं। 40 एकड़ में फैले इस स्मारक को चार चक्रों में बांटा गया- रक्षा, त्याग, वीरता और अमर चक्र। अमर चक्र में 2019 से अमर ज्योति जलाई जा रही है।