लेख-: धर्मेंद्र श्रीवास्तव,
इंडियन न्यूज़ अड्डा………
यथार्थ चित्रण युक्त चलचित्र……
देश भारतवर्ष….
देश का अभिन्न अंग कश्मीर………
सर्वोपरि धर्म श्री सत्य सनातन धर्म…..
और धर्म ग्रंथों का पठन-पाठन करने वाली जाति ब्राह्मण…..
संपूर्ण विश्व में श्री सत्य सनातन धर्म और भारतवर्ष के देवी देवताओं का बखान करने वाली जाति ब्राह्मण………
मृत्युलोक का स्वर्ग कश्मीर.. ….
बीते 30 वर्ष पूर्व……..
लगता है, कल की तो बात है…….
आज के दर्शकों ने खचाखच भरे थिएटर में जब देखी,
( दी कश्मीर फाइल्स)
दर्शकों के अश्रु ऐसे बह रहे थे,,
मानो बह रही हो गंगा की धार,
विश्वास नहीं हो पा रहा था,
कि सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल हमारा हिंदुस्तान जिसके मूलवासी हिंदू ,
देश में हिंदुओं की सरकार हिंदू नेता राजनेता, हिंदुस्तानी संविधान,
“जिसका हवाला एक वर्ग विशेष बात बत पर देता रहता है!”
उस समय कहां गए थे,,इस देश के वह लोग जो बात बात पर इनके{ वर्ग विशेष) के साथ खड़े हो जाते हैं!
क्या इस देश का संविधान उनके साथ नहीं था,
जिन पर आज 30 वर्षों बाद कश्मीर फाइल्स को बनाना पड़ा……..
और देश के सुखद क्षेत्र जहां वर्षों से हजारों हजार मां के लालो ने उस भूमि जिसे कश्मीर कहते हैं,
उसकी रक्षा के लिए प्राणों की बलि दे दी,
रक्त को पानी की तरह बहा दिया और आज भी हमारे देश के जवान हर घड़ी हर पल चौकन्ना होकर सीना तान खड़े हैं,
उस जगह, जहां इतनी दुर्दांत घटना जिसे देखकर दिल दहल जाता है ,कहां थे उस समय वह लोग जो आज नेशनल और इंटरनेशनल न्यूज़ चैनल पर छोटी-छोटी बातों पर बड़े-बड़े डिबेट करते नजर आते हैं,
और कहते है, हिंदुस्तान में डर लगता है,
कहां था उनका डर जब, कश्मीरी मां बहनों की अस्मत लूटी जा रही थी, और केवल और केवल इसलिए कि वह सब हिंदू थी, कुछ हजारों वर्ष पहले के इतिहास में जाए तो हम इसे उन हिंदू राजाओं की भूल मानेंगे जिन्होंने इन आस्तीन के सांपों को केवल और केवल सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल के नाम पर सुंदर हिंदुस्तान के सुंदर हिस्से कश्मीर में उन्हें जगह दे दी, उस समय उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि यह दुर्दांत बलात्कारी वहशी भेड़िए इस तरह से दोगलापन करेंगे और हमारी मां बहनों की इज्जत लूटेंगे, सबसे ज्यादा दोषी तो उस समय कि तत्कालीन सरकार है,
जो मुक दर्शक होकर कभी ना माफ करने वाले कार्य को देखते रही, आज जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध हो रहा है, तो क्षण क्षण की खबर पूरे विश्व को पता चल रही है,
किंतु सबसे बड़े प्रजातांत्रिक देश की यह इतनी बड़ी घटना विश्व पटल पर क्यों नहीं पहुंची. ………
. खैर ठीक है. ……..
. किंतु आज. …….????
वर्तमान काल खंड. …….
( दी कश्मीर फाइल्स)
चलचित्र का एक एक दृश्य वर्तमान हिंदुओं को, सतर्क होने की प्रेरणा दे रहा है, जाग जाओ, नहीं तो आज तो ईश्वर ने हमें इस चलचित्र के माध्यम से यह संकेत दिया है, और वह शक्तिशाली कुशल नेतृत्व और राष्ट्रभक्त देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी के रहते संभव हो पाया है।
आज हमें अपने आस-पड़ोस को फूंक फूंक कर,
देख देख कर सजगता के साथ सुरक्षित रखना होगा, अन्यथा आने वाली पीढ़ियों का अंजाम इससे भी भयावह होगा।
यह एक वर्ग हिंदुस्तान के कोने कोने में बस गया है, और. ……..
(सकल ताड़ना का अधिकारी है)
गर्व से कहो हम हिंदू हैं। 🚩🚩