“मध्यमवर्ग का पिता और ब्रांडेड जूते”

 लेखक-: धर्मेंद्र श्रीवास्तव……..✍️✍️ 

(मध्यमवर्ग का पिता और ब्रांडेड जूते)

मध्यम वर्ग के पिता और ब्रांडेड जूते……

संसार में मध्यम वर्ग के पिता की कहानी,

मनुष्य को आश्चर्यचकित करने वाली है,

यह कहानी है,😔😔

एक मध्यम वर्ग के पिता की,😊😊

मध्यम वर्ग के व्यक्ति जीवन में थोड़ा सा समझदार होते हैं, मितव्यई हो जाते है और हो भी क्यों ना, आर्थिक रूप से मध्यम वर्ग का सामना करते करते, किशोर युवा और अधेड़ होते होते भी अपने सुखों को अपनी इच्छाओं को दबाए रखने वाला जो व्यक्ति वह,😔😔

वह….. वह!

मध्यम वर्ग का व्यक्ति प्राथमिक से,

माध्यमिक माध्यमिक से हाई स्कूल,

हाई स्कूल से हायर सेकेंडरी हायर सेकेंडरी से,

स्नातक स्नातक से, स्नातकोत्तर एवं अन्य डिग्रियों को प्राप्त करते करते ब्रांडेड वस्तुओं की अभिलाषा त्यागते जाता हैं, आइए समझते हैं,

कैसे शुरुआती दौर में पढ़ाई की चिंता …..

ब्रांडेड कपड़े खरीद लेंगे……
तो विद्यालय की फीस कहां से भरेंगे,😔😔

 कहां से खरीदेंगे,????😔😔

अभी रहने देते हैं,

पहले स्कूली शिक्षा पूर्ण कर ले,

उसके बाद कॉलेज स्तर की शिक्षा में … ब्रांडेड वस्तुओं का उपयोग कर लेंगे, कॉलेज स्तर पर पहुंचने के बाद पुनः वही चिंता पहले ..

स्नातक एवं स्नातकोत्तर शिक्षा अच्छे से प्राप्त कर लें,

उसके बाद पहन लेंगे,

सारी शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात आती वह,

छोटी सी नौकरी ढूंढने की बारी नौकरी प्राप्त हो जाने के बाद बढ़ जाती वह, वैवाहिक कार्यक्रम की चिंता,,

विवाह निकट आता वह,

तो खर्चों की चिंता, मन करता वह, अबमन करता वह,

अब तो महंगी वस्तुएं…. किंतु ????

नहीं पैसा तो वह,

ही नहीं अभी शादी कर लेते हैं,😊😊

उसके बाद महंगी वस्तुओं का उपयोग कर लेंगे,

कुछ समय बाद नए मेहमान के रूप में बच्चों का आगमन बच्चों की अच्छी परवरिश की भावना के चलते चलते फिर मन में कसक रह जाती वह,

पहले बच्चों का लालन-पालन अच्छे से कर ले,

इनको अच्छे स्कूल में पढ़ा ले,

उसके बाद मनोभावों को पूर्ण कर लेंगे बच्चों की पढ़ाई में जी जान लगाकर जोड़-तोड़ कर कर उन्हें अच्छे से विद्या अध्ययन करने की मनो शक्ति मैं एक बार फिर अपनी भावनाओं को दबा देना,

और और यह कह कर मन को समझा देना कि बच्चे बड़े होंगे अच्छी नौकरी करेंगे उसके पश्चात बच्चे हमें लग्जरी जिंदगी देंगे इन ..

इन,,,,,,, भावनाओं के साथ साथ एक मध्यम वर्ग का बच्चा,

युवा और अंत में अधेड़ होकर बुजुर्ग अवस्था में चला जाता हैं, और अंत में महंगी वस्तुओं का भाव कपड़े, खास करके ब्रांडेड जूते उसके मन की इच्छा मन में बंद कर एक मध्यमवर्गीय मनुष्य मोक्ष को प्राप्त कर जाता हैं।✍️✍️